देखो जन्मदिन मेरे श्याम का आ गया,
मस्ती का रंग सब भक्तो पे शा गया,
सज धज के मेरा संवारा नखरे खूब दिखता है,
इतराता इठलाता देखो कैसे ये शर्माता है,
अपनी अदा से गयल करता है ये पागल,
रंग छा गया रंग चारो और श्याम का,
देखो जन्मदिन मेरे श्याम.......
मीठे मीठे भजनों से आये रिजने प्रेमी यहाँ,
जनम उस्तव मेरे श्याम का आये मनाने प्रेमी यहाँ,
जाए जिह्धर देखे उधर धूम मची खाटू नगर,
रंग छा गया रंग चारो और श्याम का,
देखो जन्मदिन मेरे श्याम.......
माखन मिश्री का बनके केक तयार है,
आओ काटो श्याम प्रभु तेरा इंतज़ार है,
ग्यारस का दिन कीर्तन की रात,
कुंदन मिली पावन सोगात,
रंग छा गया रंग चारो और श्याम का,
देखो जन्मदिन मेरे श्याम.......