सूरत सलोनी नैना काले तुमसे अच्छा कौन है,
चाँद तारे तुमको निहारे तुमसे अच्छा कौन है,
सूरत सलोनी नैना काले.........
श्याम से मिलने है आई आसमान से चांदनी,
खाटू नगरी दुल्हन सी लगती हर तरफ है रोशनी,
दरबार ऐसा कही खाटू के जैसा नहीं,
स्वर्ग सितारे सूंदर नज़ारे तुमसे अच्छा कौन है,
सूरत सलोनी नैना काले........
हर तरफ खुशिया है छाई दिल में ये विश्वास है,
हर नजर में श्याम दीखता संवारा मेरे पास है,
जबसे तू मुझको मिला ओ दिल में न शिकवा गीला,
खुशबु से महके सारे नज़ारे तुमसे अच्छा कौन है,
सूरत सलोनी नैना काले ............
दिल में है धड़कन के जब तक श्याम का दीदार हो,
साँस लू जब आखरी मैं आपका दीदार हो
गिनी दीवानी तेरी धरकन तो बाबा मेरी,
सोनी कहता बाबा तुमसे अच्छा कौन है,
सूरत सलोनी नैना काले ........