जिस पर भी लहराई,
हर भक्त की बात बनी है,
ना जाने कितनो की,
मेरे बाबा लाज बची है,
काटो मेरे ये कष्ट भी,
विपदा जो आ पड़ी है,
जिस जिसने जो माँगा पाया,
बाबा मैं भी शरण में आया,
सुन ले मेरी पुकार,
आके मुझको संभाल,
सुनले मेरी पुकार,
आके मुझको सम्भाल।
तेरी मोरछड़ी के दम से,
सारा संसार खड़ा है,
कलयुग में मेरे बाबा तू,
लखदातार बड़ा है,
सुनकर के महिमा ये तेरी,
चरणों में आ पड़ा मैं,
एक बार तो दया दिखा दो,
मुझको भी पार लगा दो,
सुन ले मेरी पुकार,
आके मुझको संभाल,
सुनले मेरी पुकार,
आके मुझको सम्भाल।
टूटा हूँ मेरे बाबा अब,
मेरी लाज बचाओ,
डूबे है मेरी नैया उसको,
तुम पार लगाओ,
प्रेमी को अपने सांवरे,
इतना तो ना सताओ,
दो मोरछड़ी का झाड़ा,
मैं भी हूँ ग़म का मारा,
सुन ले मेरी पुकार,
आके मुझको संभाल,
सुनले मेरी पुकार,
आके मुझको सम्भाल।