खाटू वाले श्याम जी,
कमाल हो गया,
बंदा तेरा बाबा,
मालामाल हो गया,
जब चढ़ गई ख़ुमारी,
तेरे नाम की,
तब परवाह नहीं संसार की,
किनते दिन और,
बाबा कितने दिन और,
आँखों को तरसाओगे,
दर्शनों को तरसेंगे,
कितने दिन और।
देखने को तेरी झाँकी,
दिल तरसा जा रहा,
भगतों पर तुझे बाबा,
तरस ना आ रहा,
अरजी पे भक्तों की,
करो थोड़ा गौर,
किनते दिन और,
बाबा कितने दिन और,
हमें तरसाओगे,
कितने दिन और।
ऐसी क्या नाराजगी,
जो बोलते नहीं,
कुंडा तेरे मंदिर का,
खोलते नहीं,
कितना इम्तिहान हमें,
देना होगा और,
किनते दिन और,
बाबा कितने दिन और,
आखों को तरसाओगे,
कितने दिन और।
जल्दी से खोलो मंदिर,
दर्शन करने आऊं,
दर्शन मैं तेरे कर के तेरे,
चैन प्रभु पाऊँ,
तेरे सिवा मित्तल को,
दिखे ना कोई और,
किनते दिन और,
बाबा कितने दिन और,
हमें तरसाओगे,
कितने दिन और।