तेरे दर्शन को तरसे ये नैना हमारे है,
तुमसे ही मेरी खुशिया तुम से ही बाहारे है,
जीवन की ख़ुशी तुम हो होठो की हसी तुम हो,
कोई कष्ट हो जीवन में उसकी भी दवा तुम हो,
परिवार मेरा मोहन अब तेरे सहारे है,
तेरे दर्शन को तरसे ये नैना हमारे है
तूने हाथ मेरा पकड़ा पग पग पे साहरा दिया,
दुनिया ने जो ठुकरया तूने ही तो अपनाया,
उपकार तेरे मेरे ऊपर जाने कितने हज़ारो है,
तेरे दर्शन को तरसे ये नैना हमारे है
माँ बाप का साया था तू याद ना आया था,
छूती जब वो शया तू ही बाया था,
उस वक़्त से हम जीवन तुझपर ही बारे है,
तेरे दर्शन को तरसे ये नैना हमारे है