देखो तो ज़रा सोचो तो जरा,
दास खड़ा तेरी और निहारे,
देखो तो ज़रा सोचो तो जरा,
समाये का मारा हु वक़्त से हारा हु,
अभी हु गरद छुए मैं टुटा तारा हु ,
बिशड ना जाऊ हाथ हमारा पकड़ो तो ज़रा,
भक्तो की गिनती काम न हो सोचो तो ज़रा,
देखो तो ज़रा सोचो तो जरा,
अगर में घबराया अगर मैं मुरझाया ,
सम्बल नहीं पाउँगा जो तूने ठुकराया,
तुम मालिक तुम रक्षक मेरे तुम बिन कौन मेरा,
बीच बावर में नाव फसी है थामो तो ज़रा,
देखो तो ज़रा सोचो तो जरा......
शरण में आये जो आंसू झलकाये जो,
प्रेम से भाव से श्याम को रिजाये जो झोली भर देते हो उसकी जो है शरण पड़ा,
शरण में पड़ा है कब से देखो दास तेरा
देखो तो ज़रा सोचो तो जरा,