तीनों लोक में सत्ता तुम्हारी है,
जय जय कार तुम्हारी बनवारी है.....
ऋषि मुनि सब ध्यान लगाएं,
ब्रह्मा महेश भी पार ना पाएं,
तुम पे दुनिया बलिहारी है,
जय जय कार तुम्हारी बनवारी है,
तीनों लोक में सत्ता तुम्हारी है,
जय जय कार तुम्हारी बनवारी है.....
नित नित हम दर्शन को आते,
श्री श्याम चरणों में शीश नवाते,
चरणों पे दुनिया वारी है,
जय जय कार तुम्हारी बनवारी है,
तीनों लोक में सत्ता तुम्हारी है,
जय जय कार तुम्हारी बनवारी है.....
सर्वेश्वर तुम जगत उपकारी,
दुनिया सदा तुम्हारी आभारी,
सुनलो विनती जो हमारी है,
जय जय कार तुम्हारी बनवारी है,
तीनों लोक में सत्ता तुम्हारी है,
जय जय कार तुम्हारी बनवारी है.....
श्री श्याम नाम बोले जो मुख से,
पाए मुक्ति वो संताप हर दुख से,
राजीव चरणों का सदा पुजारी है,
जय जय कार तुम्हारी बनवारी है,
तीनों लोक में सत्ता तुम्हारी है,
जय जय कार तुम्हारी बनवारी है.....