होरी में मत कर बरजोरी ओ बाँके छैल छबिले
अरे नेक देर में कर दूंगी तेरे सारे नखरे दीहले
होरी में मत कर बरजोरी ओ बाँके छैल छबिले
बरसाने की ने चतरू गुजरियाँ न समजे भोली भाली,
तेहने मेरो हाथ जो पकड़ो दूंगी सो सो गाली,
ाडी टेहड़ी चाल है तेरी रंग ढंग बड़े रंगीले,
होरी में मत कर बरजोरी ओ बाँके छैल छबिले
हर चौंक चौराहे पे आने ग्वाल बाल बैठाये,
कोई गावल बच के जाए तो कैसे जाए,
अरे गोरे गोरे गाल मेरे करदे काले पीले,
होरी में मत कर बरजोरी ओ बाँके छैल छबिले
मन करके मन मोहन के संग खेली जब से होली,
सारी दुनिया के छोड़ के मैं तो श्याम के संग ही होरी,
अब फूलो की सेहज में ले आ पत मिले पटरीले,
होरी में मत कर बरजोरी ओ बाँके छैल छबिले