तेरे एहसानो को कैसे मैं भुलाऊगा,
जबतक साँस चले महिमा तेरी गाउ गा
ना जाने कितने उपकार तेरे संकट से लड़ता हर पल तू मेरे,
बिन तेरे ना मैं चल पाउगा,
तेरे एहसानो को कैसे मैं भुलाऊगा.....
अँधियारा रास्ता लम्बा सफर है,
जब साथ तेरा फिर कैसा डर है,
छोड़ना न हाथ बाबा गिर जाऊगा,
तेरे एहसानो को कैसे मैं भुलाऊगा.....
इज्जत मिली मिला सामान कितना,
तूने किया कौन करता है इतना,
रूबी रिदम संग दर आउगा,
तेरे एहसानो को कैसे मैं भुलाऊगा,