मैं तो तेरी हो गई श्याम,
दुनिया क्या जाने.....-4
तन भी तेरा ये मन भी तेरा,
मन मंदिर में तेरा बसेरा,
मैंने जीवन कर दिया नाम, दुनिया क्या जाने,
मैं तो तेरी हो गई श्याम,
दुनिया क्या जाने.....
दिल का चैन गँवाया तूने,
मुझको पगली बनाया तूने,
मेरा कर दिया दीन हरान, दुनिया क्या जाने,
मैं तो तेरी हो गई श्याम,
दुनिया क्या जाने.....
जनम जनम मैं तेरी दासी,
मेरी भी सुन लो हे बृजवासी,
मैं तो आ गयी तेरे द्वार, दुनिया क्या जाने,
मैं तो तेरी हो गई श्याम,
दुनिया क्या जाने.....
कब से आस लगी तेरे अंगना,
पहना दो मुझे प्रेम का कंगना,
मैं तो तेरी हो गई श्याम,
दुनिया क्या जाने.....