साड़े वेहड़े विच पैन लिशकारे के साड़े घर राम आ गये,
कदी वेहड़े टपा टपा मैं चुबारे के साड़े घर राम आ गये,
सुनके आवाज़ मेरी आत्मा वी डोली है,
मेरे घर उतरी आज सन्ता दी टोली है,
मैं ता वेख रहिया अजब नज़ारे के साड़े घर राम आ गये
साड़े वेहड़े ......
आज साड़े वेहड़े विच सतगुरु आये,
रेहमता ते खुशियाँ दा मीह बरसाये,
आज हो रही तेरी जय जयकार के साड़े घर राम आ गये,
साड़े वेहड़े ......
आत्मा मेरी ने आज वर घर पाया है,
मुदता दा विश्डिया राम घर आया है,
मेरे जाग पाए भाग सितारे के साडे घर राम आ गये.
साड़े वेहड़े .......
गुरु महाराज मेरा बड़ा बेमिसाल है,
निवा निवा झोला उसदा जलवा कमाल है,
सारी संगत बोले जय जयकारे,
के साड़े घर राम आ गये,
साड़े वेहड़े .......