सियाराम सियाराम तुम्हारे चरणों में

सियाराम सियाराम तुम्हारे चरणों में ,
यदि प्यार किसी का हो जाये .
दो चारों की तो बात ही क्या संसार उसी का हो जाये .
शबरी ने कहाँ थे वेद पढ़े ,गणिका कब यज्ञ करती थी .
जिसमें छल लेश का द्वेष नहीं ,ये मुरार उसी का हो जाये ....

रावण ने प्रभु से बैर किया ,अब तक भी जलाया जाता है .
बन भक्त विभीषण शरण पड़े ,घर बार उसी का हो जाये ...

प्रलाह्द तो छोटा बालक था ,पर प्यार किया परमेश्वर से .
संसार का होकर क्या लेना ,एक बार उसी का हो जाये ...

गायक और संगीत कार ....राजकुमार भारद्वाज
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