सारा देखा है ये जहा नही तुमसा कोई यहाँ,
संवारे तुमसा नही मिला कोई भी तुमसा नही दिखा
हारे का तू सहारा भक्तो का श्याम प्यारा,
ओ संवारे तुमसा नही मिला कोई भी तुमसा ही दिखा,
महाभारत में तुमने शीश का दान दिया था,
दान ले कर केशव ने अपना ये नाम दिया था,
भक्तो के कस्ट हरना बोले थे ऐसा करना,
तुमसा नही मिला कोई भी तुमसा नही दिखा,
धन्य है माता पिता वो जिन्हों ने जनम दिया है,
जिनके आशीष से तुमने बर्बरीक कर्म किया है,
घतोड़गच थे पिता जी माता एहिलावती तेरी,
संवारे तुमसा नही मिला...
हारे का तू है सहारा श्याम तू शीश दानी,
तीन बनो का धारी संवारे तू वर दानी,
संजय गायव महिमा तेरी धन्य जीबिया होए मेरी,
संवारे तुमसा नही मिला....