थारो मेहंदीपुर दरबार बाबा म्हणे प्यारो लागे,
मेहंदीपुर में बाबा थारो मेला लागे बाहरी,
दूर दूर से दर्शन करने आये नर और नारी,
थी हो रही जय जय कार,बाबा म्हणे प्यारो लागे,
अँधियाँ ने आखा देवे पांगलिया पगतवे,
बनजानिया ने पुत्तर देवे सबकी आस पुगावे,
थारी महिमा अप्रम पार,,बाबा म्हणे प्यारो लागे,
लाल लंगोटा हाथ में सोटा गाल फुला की माला,
राम नाम में मस्त लागे है हनुमान मगोड़ी वाला,
महारी नैया करदो पार बाबा म्हणे प्यारो लागे,