आ मेरी दुर्गे आ मेरी काली,
आ मेरी मैया खपर वाली,
आज शनि को तेरा जगराता,
तू दर्शन देने आ माता,
माँ काली संगार की देवी भक्तो के उधार की देवी,
काल भी तुमसे गबराता,
तू दर्शन देने आ मैया,
भक्तो की तू सोमय रूपा,
एहे भक्तो की रोधर रूपा तुम बिन ना कोई फल पाता,
तू दर्शन देने आ मैया,
माँ तेरे गले साजे मुंड माला,
है हितकारन हिरदय विशाला,
अग्गरवाल तेरे गन जाता मैया
तू दर्शन देने आ माता,