अर्जी लेकर तेरे दर आये हम देवी मैया करना हम पे कर्म,
दुःख संकट ने गेरा हमें सेह न पाते है जुल्म और सितम,
अर्जी लेकर तेरे दर आये हम.......
बिगड़ी बना हे देवी माँ करदे किरपा हे मैया,
लाल मेरा दर पे पड़ा कर दया हे माँ मेरी,
इसका भी तू जीवन स्वर प्राथना में करू यही,
तेरा शीश जो पाए हम देवी माँ दूर हो जाये सारे गम,
अर्जी लेकर तेरे दर आये हम ....
तेरी दया मिली जो हमें भूल नहीं पाए गए हम,
हर साल अब धाम तेरे दर्श को आये हम,
इस चमत कार को कैसे लब से कहे इतने गन गए वो होंगे कम,
अर्जी लेकर तेरे दर आये हम