माँ बैठ तेरे पास तुझे देखता रहूं बैठ तेरे,
तू कुछ कहे ना मैं कुछ कहु,
माँ बैठ तेरे पास तुझे देखता रहूं बैठ तेरे....
तुम्हरी छवि में मेरा दिल खो गया है,
तुम्हरी सूरत को मेरा मन मोह गया है,
करुनामई ममता की मूरत तू ,
माँ बैठ तेरे पास तुझे देखता रहूं
आ अपनी आँखों में तुझको वसा लू,
आँखों पे पलको का परदा गिरा लू,
तेरी छवि में मगन खुद को करू,
माँ बैठ तेरे पास तुझे देखता रहूं बैठ तेरे,
नैनो की ज्योति से आरती उतारू,
भजनों के पुलवा से तुझको सजा दू,
शंकर किरपा माये रखना तू,
माँ बैठ तेरे पास तुझे देखता रहूं बैठ तेरे,