मेरे बांके बिहारी का दरबार बड़ा प्यारा है,
जब पर्दा खुलता है दीदार बड़ा प्यारा है,
मेरे बांके बिहारी का दरबार बड़ा प्यारा है,
मेरे मित्र सम्बन्दी सभी ये कहते है आकर के,
कैसा हीरा सज्या है सिंगार बड़ा प्यारा है,
मेरे बांके बिहारी का दरबार बड़ा प्यारा है,
ये मान सरोवर है यहा मोती मितलते है,
दुनिया के भुजे दीपक इस दर पे जगते है,
ये तो घाटे का सौदा नहीं व्यपार बड़ा सस्ता है,
मेरे बांके बिहारी का दरबार बड़ा प्यारा है,
मेरे सतगुरु प्यारे ने एक राज बताया है,
इस दर पर जो आया मुँह माँगा पाया है,
इनके चरणों के चाकर बनो दिल दार बड़ा प्यारा है,
मेरे बांके बिहारी का दरबार बड़ा प्यारा है,