साई कहे अपने भक्तो से तेरी होगी आसा पूरी,
दो बातो का ध्यान तू रखना श्रदा और सबुरी,
पग पग द्वीप चलता जा तू कट जायेगा अँधेरा,
सताय वचन तू छोड़ न बन्दे हो जाये गा अँधेरा,
हम है साथ तुम्हारे बन्दे फिर क्या तेरी मज़बूरी,
दो बातो का ध्यान तू रखना श्रदा और सबुरी,
साई शब्द है सबका रखवाला,
साई है अमृत का प्याला साई आल्हा साई नानक,
साई ही है एक शिवाला,
साई चरण में शीश झुकले मिट जाये गई दुरी,
दो बातो का ध्यान तू रखना श्रदा और सबुरी,
ये जग आणि जानी छाया झूठे जग की झूठी माया,
जिसको ढूंढ रहा है भाई वो कण कण में समाया,
तोड़ दे झूठे जग के बन्धन तेरी भक्ति न हो अधूरी,
दो बातो का ध्यान तू रखना श्रदा और सबुरी,