तुमने किसी नसीब को बदले हुए देखा है,
देखो दयालु श्याम ने ये काम कर दियां है,
दरबार का नियम है बिगड़ी हुई बनाना,
जा कर पता करो तुम आकर मुझे बताना,
फैला जो इसके आगे दामन जो भर गया है,
तुमने किसी नसीब को बदले हुए देखा है,
इस के भरोसे छोड़ दे नैया संभाल लेगा,
तूफ़ान जब भी आये तुझको निकाल लेगा,
आया जो इसके दर पे,इंसा वो तर गया,
तुमने किसी नसीब को बदले हुए देखा है,
बन जा दीवाना तू भी दिलदार की दया का,
बनवारी इस यहाँ ने बतला तुझे दिया क्या,
चरणों का दास जो है जीवन सवर गया है,
तुमने किसी नसीब को बदले हुए देखा है,