कारे नैनों ने ऐसा ज़ुलम किया,
मने सुध विसराई रे,
मीठी सी मुश्कान है तोरी श्याम मन को भए रे,
कारे नैनों ने ऐसा ज़ुलम किया..........
प्यार इज्जत बन बड़ी सलोनी कुर्बान जाऊ रे,
नजर मिले तो नजरे हटे न मैं चैन गावउ रे,
गुंगरारी लटो ने सिदम किया मने सुध विसराई रे,
ऐसा सूंदर रूप के चंदा लजाये देख कर
देख्नने वाला दिल हारा भरमाये देख कर,
मतवारी अदाओ ने सितम किया मने सुध विसराई रे,
गजरा सोहे तन पे श्याम की शता निराली है,
चोखानी ये सावल छवि लोबाहने वाली है,
दर्शन से राम भी धन्य हुआ मने सुध विसराई रे,
मीठी सी मुश्कान है तोरी श्याम मन को भए रे,
कारे नैनों ने ऐसा ज़ुलम किया..........