मेरी नईया का, मेरी नईया का,
मेरी नईया का बन के खिवईया,
श्यामा इसे पार कर दो,
मुझे दिखे ना कोई और किनारा,
श्यामा इसे पार कर दो, पार कर दो,
मेरी नईया का बन के खिवईया.......
सुना प्रभु कितनो को पार उतारा है,
डूबी हुयी किश्तियॉ को दे दिया किनारा है,
श्याम किरपा ही एक सहारा,
श्यामा इसे पार कर दो, पार कर दो.....
करो भव पार प्रभु, विनती ये मेरी है,
नज़रे कर्म तो करदो, कर ना अब देरी,
तेरे बिना मेरा चले ना गुज़ारा,
श्यामा इसे पार कर दो, पार कर दो.....
तुझपे भरोसा श्याम, तुझपे यकीन है,
तू ही मेरा अल्लाह श्याम, तू ही मेरा राम है,
तूने लाखो करोड़ो को तारा,
श्याम जी मुझे पार कर दो,
श्यामा इसे पार कर दो, पार कर दो......