सेवक को अपने साँवरे यु ना सताइये,
पलके विछाये राह तके आ भी जाइये,
सेवक को अपने साँवरे यु ना...
नजरो को इंतज़ार है तेरे दीदार का,
बाहे भुला रही प्रभु प्यासा हु प्यार का,
दौलत ये थोड़ी प्यार की हम पर लुटाइये,
सेवक को अपने साँवरे यु ना...
मीरा के प्यार को प्रभु सम्मान दे दियां,
देखि सुदामा की तड़प सुख दान दे दियां,
मेरे भी कष्ट सांवरे अब तो मिटाइये,
सेवक को अपने साँवरे यु ना........
क्या देखते हो सामने कुछ भी न ख़ास है,
निचे जरा निहारिये चरणों में दास है,
सोनू पे कर कर्म जरा नजरे मिलाइये,
सेवक को अपने साँवरे यु ना........