भोले की बस्ती शाई है मस्ती डीजे रहा बाज,
आज मने नाचन दे नाचन दे मने आज,
दम है जिस भोले में वो सो सो की शरत लगा ले,
नैन मिलाने में क्या रखा धुमका साथ लगा ले,
लगा के एक दम भोल के बम बम छोड़ शर्म लाज,
आज मने नाचन दे...
भोला मस्त मलंगा मेरा मैं सु उसकी भोली,
दो लोटे भंगियाँ की पी गई ऐसी मैं अलबेली,
नाचू छमा छम मैं तो दमा दम मेले में मेरा राज,
आज मने नाचन दे ....
काले बदल उमरड़ गुमरड के बरसाए चाहे पानी,
चाहे गर्मी पड़े या आंधी आ जाये तूफानी,
रुकू कभी न बहे पसीना आउ न मैं बाज,
आज मने नाचन दे ......