सिलसिला खाटू में बाबा आने का टूटे नहीं,
श्याम के भगतो का प्यारा साथ ये छूटे नहीं,
भाव भगती की यहाँ पे फुट जो धार है,
तेरे खाटू के अलावा और न फूटी कही,
लूट ता हु मस्तिया मैं श्याम तेरे नाम की,
मस्तियो का ये अखाडा सांवरे छूटे नहीं,
सारे रिश्तो से बड़ा है श्याम का परिवार ये,
फीते की डोरी हमारी देखना टूटे न कही,
छूटे भी जाये ज़माना मुझको कोई न गिला,
हर्ष की मंजिल तुहि है दिल तेरा छूटे नहीं,