मरघट वाले बाबा की शोभा सबसे न्यारी,
कर देता पल में पूरी मुरादे,
आये जो चल के शरदा से दुखी जन एक बारी,
मरघट वाले बाबा की शोभा सबसे न्यारी....
उचे उचे गूंजे बाबा के जयकारे,
लगी रहती बाबा के मंदिर में भीड़ भगतो की भारी,
मरघट वाले बाबा की शोभा सबसे न्यारी....
भर दे मजबूर का भी तू दामन,
भूल गया क्यों बाबा जी अब इसकी तू बारी,
मरघट वाले बाबा की शोभा सबसे न्यारी...