रघुवर बोले जल्दी से जाना,
हनुमान संजीवनी भुट्टी लाना
छोटा भाई तुम को बचाना,
हनुमान संजीवनी भुट्टी लाना
दो वीरो के मध्ये हुआ युग भारी,
लगी है लखन के ये दिल पे कटारी,
ये संकट का पल है ये मुस्किल बड़ी है,
पसारे बजाए ये मृत्यु खड़ी है,
देरी तुम न बिलकुल लगाना,
हनुमान संजीवनी भुट्टी लाना
ये काली अँधेरी भयानक सी रेना तुम्हारे ही उपर टिके सब के नैना,
रहे ध्यान इसका ना उग जाए दिन कर
मेरी आशा अंतिम टिकी है तुम्ही पर
जल्दी जा कर जल्दी आ जाना,
हनुमान संजीवनी भुट्टी लाना
पवन वेग से जो गए वीर बाला
रघुवर पे जो आया वो संकट था टाला,
विसरियां मगन है मगन रश्मी रानी ना बुलेगी ये अंमित कहानी
पूरा किया जो दिल में ठाना,
हनुमान संजीवनी भुट्टी लाना