श्याम धणी दरबार चलो जी,
खाटू के दरबार चलो जी,
जय श्री श्याम जय श्री श्याम बोलते जय जय कार चलो जी,
श्याम धणी दरबार चलो जी...
हारे का है श्याम सहारे जिसने इनका नाम पुकारा,
दूर करे गम सारा कलयुग के अवतार चलो जी,
श्याम धणी दरबार चलो जी...
हाथो में निशान उठा कर बाबा की जैकार लगा कर,
मांग लो कुछ भी श्याम से जा कर भरते है भण्डार चलो जी,
श्याम धणी दरबार चलो जी.....
सेठ सांवरे बड़े निराले सबको आकर आप संभाले ,
भक्तो के हर दुःख को टाले ऐसे है साहूकार चलो जी,
श्याम धणी दरबार चलो जी...
जिसपे श्याम की दया है होती हर दम लुटे हीरे मोती,
आये लेने कृष्ण जोति खुशियों के उपकार,
श्याम धणी दरबार चलो जी