देखा है श्याम के द्वारे होते है वारे न्यारे,
ये एक के लाख बना देता है लखदातार,
श्याम के बैंक में खोल के देख ले तू खाता,
श्याम लखदातार.......
मेरे श्याम का बैंक है ऐसा जमा करना पड़े न पैसा,
उसको वैसा है मिलता बस जिसका भाव है जैसा,
कल किसने प्यारे देखा पलटा ले भाग्य की रेखा,
तू आज ही जोड़ ले मेरे बाबा से नाता,
श्याम के बैंक में खोल के देख ले तू खाता,
तू छोड़ श्याम पे डोरी भर देगा तेरी तिजोरी,
तेरे भरे रहे गए गले चाहे भर नोटों की भोरी,
चांदी चांदी कर देगा दुखड़े सारे हर लेगा,
कंगाली को फिर दूर से करना टाटा,
श्याम के बैंक में खोल के देख ले तू खाता,
मिटी को करदे सोना ऐसा है श्याम सोलना,
पत्थर भी हीरा बनता नरसी विश्वाश न खोना,
जब श्याम हो तेरा आहड़ी दौड़े गई तेरी गाडी,
जीवन मे कभी नहीं खाये गा तू घाटा
श्याम के बैंक में खोल के देख ले तू खाता,