घर नन्द दे मिलन वदाईया घर नन्द दे जी,
कहा पे लाला तेने जनम लियो है,
कहा पे धूम मचाई घर नन्द दे जी,
घर नन्द........
मथुरा मे लाला तेने जनम लियो है,
घर गोकुल रास रचाई घर नन्द दे जी,
घर नन्द.......
चांदी का लाला तेरा बना रे पालना,
रेशम डोरा पाईया घर नन्द दे जी
घर नन्द......
आज दे दिहाडे मेरा श्याम पेया जमया
सखिया दौडी आईया घर नन्द दे जी
घर नन्द........
रात अंधेरी गलिया चिकड़
मैं ता श्याम मनावं आईया घर नन्द दे जी
घर नन्द......
हाथ कटोरी केसर कोली
मैं ता तिलक लगावण आईया घर नन्द दे जी
घर नन्द......
हाथ रकेबी विच जलेबी
मै ता भोग लगावण आईया घर नन्द दे जी
घर नन्द.......