उड़ जा काला कागला संवारियो आवे रे,
बाबा को लयादे रे सन्देश वावला,
उड़ जा काला कागला.....
काली काली पाखा तेरी मोर सी रंगाऊ रे,
सोनी ने भुला के तेरी चोंच मंडवाउ रे,
खीर मैं ख्वाऊ रे खीर मैं ख्वाऊ रे,
खीर मैं ख्वाऊ जी मन भात भात रा,
उड़ जा काला कागला....
संवारियो मिजाजी म्हारो जागे है के सुते है,
साँची तू बता दे वो के भगता ने भूले रे,
बेगोजा सुना दे रे,सन्देश बावरा,
उड़ जा काला कागला
भगत अनोखा तेरा तू भी है अनोखो रे,
झोली भर जावे जो तू लागे चोखो चोखो रे,
लेहरी उदीका रे लहरी उदीका रे दिन रात संवारा,
उड़ जा काला कागला