ओ खाटू के राजा,जरा नीले चढ़ के आजा,
भगत रहे हैं पुकार
तेरे आवन की खातिर बिछाये,
आँखे राहों पर,बाट रहे हैं निहार
ओ खाटू के राजा.....
भगतों ने मिलकर के ,तुमको बुलाया है
भावों के फूलों से ,तुमको सजाया है
अब देर न करना जरा भी,आन विराजो श्याम सिंघासन तैयार
ओ खाटू के राजा......
दिल के सिंघासन पे,तुमको बिठाएंगे,
नित चरणों में तेरे,तेरा गुणगान गाएंगे,
दिया है रूखा-सूखा जो,वहीँ सब अर्पण है तुझको कर लेना स्वीकार
ओ खाटू के राजा...........
दर आये भगतों को,दर्शन दिखादो श्याम,
हम हार न जाए,अपना बनालो श्याम,
बस एक ही अरजी, चरण में तेरे,"नादाँ "की मिलता रहे तेरा प्यार
ओ खाटू के राजा.......