खाटू के मंदिर चलो जी,
थे रंग बरसाओ,
बाबो के मंदिर चलो जी,
थे रंग बरसाओ,
बरसाओ जी रंग बरसाओ,
ओ रंग बरसाओ,
खाटू के मंदिर चलो जी,
थे रंग बरसाओं।।
तन केसरिया बागो प्यारो,
काना कुण्डल लागे मतवारो,
थे दर्शन करलो जी,
थे रंग बरसाओ,
बाबो के मंदिर चलो जी,
थे रंग बरसाओ,
खाटू के मंदिर चलो जी,
थे रंग बरसाओं।।
ड्योढ़ी पर हनुमान विराजे,
शंकर को डमरू भी बाजे,
लिलो छम छम नाचे जी,
थे रंग बरसाओ,
बाबो के मंदिर चलो जी,
थे रंग बरसाओ,
खाटू के मंदिर चलो जी,
थे रंग बरसाओं।।
श्याम धणी यो छैल छबीलो,
सांवरियो है रंग रंगीलो,
थे प्रेम रंग रंगल्यो जी,
थे रंग बरसाओ,
बाबो के मंदिर चलो जी,
थे रंग बरसाओ,
खाटू के मंदिर चलो जी,
थे रंग बरसाओं।।
हांरोड़या ने हिवड़े लगावे,
प्रेमया से यो प्रेम बढ़ावे,
यो दाहिमा भी तरसे जी,
थारा भगत भी तरसे जी,
थे रंग बरसाओ,
बाबो के मंदिर चलो जी,
थे रंग बरसाओ,
खाटू के मंदिर चलो जी,
थे रंग बरसाओं,
बरसाओ जी रंग बरसाओ,
ओ रंग बरसाओ,
खाटू के मंदिर चलो,
जी थे रंग बरसाओं.......