मैं जीवा बाबाजी तेरे नाम दे सहारे,
जेड़े तेरे दर ते आउंदे,
करके दर्शन पाप मुकांदे,
कई वेखे अजब नज़ारे,
मैं जीवा.......
भागा वाले नाम ने पौंदे,
दुःख दरदा तो खेडा पौंदे,
रह गए ने औंगण हारे,
मैं जीवा......
सच्चे मनो जो सिमरन करदे,
हर वेले ओ हसदे रेह्न्दे,
मूक जान 84 गेडे,
मैं जीवा......
धर्मराय जदों ने लेखा लेना,
तिल तिल दा लेखा देना पेना,
ओथे हों गे गुरु प्यारे,
मैं जीवा......