सो तीरथ का पुण्य मिलेगा मिलेगा हर दुःख से आराम,
गौ माता की सेवा करले समज ले होंगे चारो धाम,
जिसने गौ की सेवा कर्ली वो जीवन तो निहाल,
गौ पालन से ही कन्हियाँ कहलाये गोपाल है,
गौ माता से प्रेम तू करले तेरे हो जाये गे श्याम,
गौ माता की सेवा करले समज ले होंगे चारो धाम,
जिसके एक स्पर्श से होता कितने ही पापो का नाश ,
देवी देवता नदियां तीरथ करते जिसमे हर पल वास,
वेद पुराण और संत मुनि भी करते है जिसको परनाम,
गौ माता की सेवा करले समज ले होंगे चारो धाम,
चाह कर भी तू भुला सके न गौ माता के एहसान को,
पूजना है तो पूज तो सोनू धरती के भगवन को,
जय गौ माता जय गोपाल रट ते रहो सुबह शाम,
गौ माता की सेवा करले समज ले होंगे चारो धाम,