मैया ताके न मोरी ओरिया
मैं क्या करूँ,
हाय मैं क्या करूँ
रोज रोज तेरे दर पे आऊँ,
मैया रोज रोज तेरे दर पे आऊँ
मैया सुने न अरजिया
मैं क्या करूँ,
मैया ताके न मोरी ओरिया
मैं क्या करूँ,
अँगना बुहारूँ मैं ओसरा बुहारूँ,
मैया अँगना बुहारूँ मैं ओसरा बुहारूँ
तइयो न लेलहिन मोर खबरिया
मैं क्या करूँ,
मैया ताके न मोरी ओरिया
मैं क्या करूँ,
जग में तोहर कोई न सानी
पूजा पाठ की विधि नाहि जानी
कोई बतावे नाहि विधिया
मैं क्या करूँ,
मैया ताके न मोरी ओरिया
मैं क्या करूँ,
का गलती हुई बता दे माई
बेटा कुपुत्र होला, माई न कुमाई
मैया बतावे न मोर गलतिया
मैं क्या करूँ,
मैया ताके न मोरी ओरिया
मैं क्या करूँ,
मैं क्या करूँ,
रचनाकार-प्रभाकर कुमार,
माँ काली मन्दिर
मालवीया नगर सोहजाना
गिद्वौर जमुई