शिव जी दा डमरू वजियाँ,
मेला देवतेया दा लगाया,
झट नंदी उठ के भजेया,
माता पारवती ले आया,
भोले ने धुना लाया महादेव ने धुना लाया,
अखा मीत के शिव भोले ने लाइ जात समाधी,
ब्रह्मा विष्णु इकठे हो गए खिल गई पर्वत वादी,
चन मथे उते सजियाँ तारेयाँ ने चूरम तकाया,
भोले ने धुना लाया महादेव ने धुना लाया,
शुकर शनिशर शंख वजावे नारद वीणा छेडी,
शिव भोले नु मस्ती छा गई तीजी अंख सी पेहड़ी,
अम्बर झूमे झूम झूम धरती ने जशन मनाया,
भोले ने धुना लाया महादेव ने धुना लाया,
शिव शंकर दी महिमा देखो की की रंग वखावे,
आइयापूरी बस शिव भोले दा मन विच नाम धयावे,
भंग भभूत पार्षद शिवा दा सलीम ने आज वरताया,
भोले ने धुना लाया महादेव ने धुना लाया,