श्याम तेरी सोहनी बांसुरी मेरे मन को भाई है,
वारी जावां कारीगर तो, जिन बांसुरी बनाई है,
मथुरा में जन्म लियो गोकुल मे आन पलो,
वारी जावां वृंदावन दे जिथे रास रचाई है,
देवकी ने जन्म दियो, यशोदा ने पाला है,
वारी जावां रुक्मण रानी दे, जिहड़ी नाल वियाई है,
शामा तेरी……
ग्वाले मे सजते हो, ग्वालो मे हो,
वारी राधा रानी दे, जिने बासुरी चुराई,
शामा तेरी……
शाम तेरी बांसुरी बजे,घर मेरा दिल ना लगे,
वारी जावां ब्रज भूमि तो,जिथे माटी खाई है,
शामा तेरी……