जय हो माँ अंजनी का लाला जय हो लाल लंगोटे वाला,
प्रभु देह तुम्हारी लाल है झंडा लाल लाल सालासर वाले,
हो भगतो के रखवाले,
जय हो माँ अंजनी का लाला....
बचपन से ही लाल रंग बजरंग तुझे है भाये आसमान पर देखे सूरज लाल लाल ढाये,
लाल रंग का फल समज के तुम सूरज ही खा डाले,
प्रभु देह तुम्हरी लाल है झंडालाल,
लाल मेहंदीपुर वाले है भगतो के रखवाले,
लाल लाल फल रावण की भगियां का मुस्काये,
तहस मेहस कर दियां भाग अक्षय को मार गिराए,
अरे लाल लाल अग्नि से लंका ही तुम जला डाले,
प्रभु देह तुम्हारी लाल है झंडा लाल तेरे है काम निराले प्रभु सालसर वाले,