हनुमान मेरी नैया उस पार लगा देना,
अब तक तो निभाया है आगे भी निभा देना,
हनुमान मेरी नैया उस पार लगा देना,
दल बल के साथ माया गेरे मुझको आ कर के,
तुम देखते ना रहना झट आके बचा लेना,
बजरंग मेरी नैया उस पार लगा देना...
तुम देव मैं पुजारी तुम इष्ट मैं उपासक,
यह बात अगर सच है सच कर के दिखा देना,
हनुमान मेरी नैया उस पार लगा देना,
तेरी किरपा से हमने हीरा को जनम पाया है,
जब प्राण तन से निकले अपने में मिला लेना,
हनुमान मेरी नैया उस पार लगा देना,