परदे से झांको न बिहारी जी तुम को नज़र लग जाएगी,
कहे के कुंडल काहे के कलीरे,
कहे का मुकट बिहारी जी,
तुम को नज़र लग जाएगी,
सोने के कुंडल चाँदी के कलीरे,
मोर का मुकट बिहारी जी,
तुम को नज़र लग जाएगी,
संग में तेरे राधा प्यारी,
जोगी वे जाऊ बलिहारी जी,
तुम को नज़र लग जाएगी,