अस्सी तेरे तेरे तेरे तेरे झंडेवाली माँ रखले गरीब जानके
तेरे सिवा सड़ा होर न कोई,
तेरे दर वाजो किते मिलदी न धोई,
ऐसी नौकर तेरे झंडेवाली माँ रखले गरीब जानके,
जद भी भुलावे दाती तेरे दर आवा,
भगता दे नाल बह के गुण तेरे गावा,
साहनु सेवा च लगा ले झण्डेवालिये रख ले गरीब जान के,
तू दाती ऐसी मंगते तेरे भाग जगा दे दाती आन के मेरे,
खैरा झोली विच पा झण्डेवालिये रखले गरीब जान के,