राम नाम के देना मोती मन में जगाना भक्ति की ज्योति,
हे अंजनी के लाल आना जी मेरे अंगना में
बालाजी न देर लगना प्रेत राज और वीर को लाना,
करना सब को निहाल आना जी मेरे अंगना में,
हे अंजनी के लाल.....
जगन तुम्हारा मैंने रचाया बाला तेरा दरबार सजाया,
चल के पवन की चाल बालाजी मेरे अंगना में,
आना जी मेरे अंगना में,
हे अंजनी के लाल
ध्वजा नारियल चोला चड़ाउ श्रदा से मैं तुझको मनाऊ,
काटो मेरा जंजाल आना जी मेरे अंगना में,
हे अंजनी के लाल
बाला तेरे रंग में राखियुं तेरी लग्न में झुमु नाचू,
खुद को स्कू न संभाल बाला जी मेरे अंगना में,
हे अंजनी के लाल