मेरे गुरां ने लगाई फुलवारी के पत्ता पत्ता राम बोलदा,
आके देखो गुरु जी इक वारी पत्ता पत्ता राम बोलदा,
सुने सुने मन साडे हरे भरे हो गये,
नाम वाला बीज जदो सतगुरु जी बो गये.
माला माल हो गयी ऐ भिलनी की पत्ता पत्ता राम बोलदा,
सतगुरु मेरिया ज्ञान सिखाया,
मुक्त्ति दा राह सानू आप दिखया,
सदा नाम जपन नर नारी पत्ता पत्ता राम बोलदा,
ज्ञान वाली अख साड़ी ,गुरु जी हूण खोल दो ,
दिल दिया तारा साडी , राम नाल जोड़ दो ,
सदा चढ़ी रहे खुमारी ,पत्ता पत्ता राम बोलदा