मोरे कान्हा
पल पल तेरी याद सताए लागे न कही जेरा,
तू ही तू ही दिखाई देता यहाँ ये जाये नजरियां,
मोरे कान्हा मोरे सांवरियां,
तू है दिल में बसा कर हटाया नहीं,
तुम जो रूठे क्या हमने मनाया नहीं,
मेरे बांके बिहारी तुम आ जाओ न अब मुझको सांवरियां तड़पाओ न,
मुरली मनोहर मोरे सांवरिया मैं हु तेरी गुजरियाँ,
तू ही तू दिखाई देता यहाँ जाए जे नजरियां,
मोरे कान्हा ....
तेरी भक्ति की गंगा में दुभि रहु,
हर गद्दी तेरी माला मैं जप्ती रहु,
तेरी जोगन हु मैं पुजारन हु मैं,
तेरे चरणों की कान्हा भिखारन हु मैं,
तेरी छाया में कटे ज़िंदगानी छोड़ू न तोरी दुअरियाँ,
तू ही तू दिखलाई देता यहाँ ये जाए नजरियां,
मोरे कान्हा....