मैं हार गया जीवन में बिन तेरे सँवारे,
मेरी नैया पार लगा दो मेरे सरकार सँवारे,
तू यार मेरा दिलदार मेरा फिर कैसे नाता तोड़ गया,
तेरा पत्थर का दिल ऐसा क्या जो मुझको तड़पता छोड़ गया,
मेरा इक पल दिल न लागे बिन तेरे सँवारे,
मेरी नैया पार लगा दो मेरे सरकार सँवारे,
तूने यार सुदामा को तारा मेरी बारी क्यों देर करे,
मुझे छोड़ दिया मझधार में तू राधा रानी संग रास करे,
बिन तेरे सुना लागे संसार सँवारे,
मेरी नैया पार लगा दो मेरे सरकार सँवारे,
मैं पग पग ठोकर खाता हु तू चैन से महल में सोता है,
तेरा चहल दीवाना श्याम धनि क्यों खून के आंसू रोता है,
मेरा सोया भाग जगा से इक बार सँवारे,
मेरी नैया पार लगा दो मेरे सरकार सँवारे,