जय गणपति गणराज पधारो महारी नगरी में

जय गजानंद,जय गजानंद,जय गजानंद ,
जय गजानंद ,जय गजानंद ,जय गजानंद ,
गणपति बाप्पा मोरिया,
जय गजानंद ,जय गजानंद ,
जय गजानंद ,जय गजानंद ,जय गजानंद ,जय गजानंद ,
गणपति बाप्पा मोरिया ॥    

जय गणपति गणराज, पधारो  म्हारी नगरी में ॥
पूरण करदो काज  विराजो म्हारी नगरी में
जय गणपति गणराज, पधारो  म्हारी नगरी में ॥

हमरे  गजानंद जब आवेंगे
भक्ति भाव सब मिल गावेंगे,
लड्डू का तुम को ,लड्डू का तुम को
भोग लगावेंगे,
हमरे  गजानंद जब आवेंगे
भक्ति भाव सब मिल गावेंगे
आकर ओ महाराज निहारो म्हारी नगरी में.
जय गणपति गणराज, पधारो  म्हारी नगरी में ॥

जब भी पडा में संकट में
नाम तेरा ही आया हैं
हर बार  बाप्पा तुने मेरा
बेडा पार लगाया है
तुही मेरा मान है तूही सम्मान है
सीना चीर के देख मेरा तेरा ही बस नाम है

जो भी तुम्हे  घर में है बुलाता
धन्य धान्य यश वैभव पाता.
दुखी जन तुमरे ही दर आता
जो भी तुम्हे  घर में है बुलाता
धन्य धान्य यश वैभव पाता.
राखो सबकी लाज आ जाओ म्हारी नगरी में.
जय गणपति गणराज, पधारो  म्हारी नगरी में ॥
जय गणपति गणराज, पधारो  म्हारी नगरी में ॥
पूरण करदो काज  विराजो म्हारी नगरी में
जय गणपति गणराज, पधारो  म्हारी नगरी में ॥

जय गजानंद , जय गजानंद ,
जय गजानंद , जय गजानंद ,
जय गजानंद , जय गजानंद ,
गणपति बाप्पा मोरिया,
जय गजानंद , जय गजानंद ,
जय गजानंद , जय गजानंद ,
जय गजानंद , जय गजानंद ,
गणपति बाप्पा मोरिया ॥

स्वर :- भजन गायक  कृष्णा पंत
गीतकार:- भजन गायक  कृष्णा पंत
म्यूजिक निर्देशन:- जुगेश शाक्य जी
संपर्क सूत्र :- 09981833487
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