मेरी मईया बड़ी, दयाल भक्तो ll
आई होकर, सिंह पे सवार भक्तो,
वर देंगी दाती ll पल छिन में,
भर देंगी खुशियाँ, हर दिल में l
मईया का मंदिर, प्यारा है,
सबको लगता जो, न्यारा है,
नित शेर पे आती ll मस्ती में,
बाजे भी बजते, बस्ती में l
तेरा चोला रँग, रँगीला है,
मुख मण्डल खूब, सजीला है,
डाली है मुख पर ll लाली है,
माँ भरती झोलियाँ, खाली है l
जा रण में पहुंची, माँ काली,
दानव से भई, धरती खाली,
सँघार किया है ll दुष्टों का,
उद्धार किया है, भक्तों का l
जो माँ के, दर पे जाएगा,
मुँह मांगी, मुरादें पाएगा,
झोली भर खुशियाँ ll लाएगा,
वो चरणों की, रज़ पाएगा l
धुन- यह देश है वीर जवानो का
अपलोड करता- अनिल भोपाल बाघीओ वाले