रे पगले ना शर्मा अभ देर न लगा
दरबार माँ का है बोलो जय जय जय माता दी
हुकुम माँ का है जो दर पे आया है
बस ध्यान उस का कर तुझे मईया ने बुलाया है
मोका मिला है तुझे जाया न कर तू
जय कारे माँ के लगा
ये जगदाती झोली है भरती
तेरे दुखडे तू माँ को सुना
तू खुशीया मना भागता
हो माता तेरे आंगन में आई
तू जयकारा लगा
भगता हो माता तेरे घर पे आई
साचा है दर ये माथा जुका तू माँ को रिजा
जेसे सजाया जेसे सजाया भवन मईया का वेसे जीवन सजा
ये ज्योत शक्ति शाली येही है शेरावाली
ये ज्योत है दुर्गा ये ज्योत माताकाली
इस ज्योत के कारन दुनिया है येरोशन
अभ दर्शन करलेरे तेरा महकेगा चमन
क्यों भटकता फिरता जहामें कुछन मिलेगा यहाँ
बबलू के बोल ये सुन लेरे पगले तू चरणों से माँकेलगजा
तू खुशिया मना बगता ओ माता तेरे आगँन में आई
Lalit ajbani
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