झोपडी बरसाने जा बनाऊगी,
प्रीत श्री राधा रानी से लगाउगी,
झोपडी बरसाने जा बनाऊगी,
सब देख लिया है तमाशा झूठी जीवन की आशा,
सब न दोषा तो मुकति अब मैं पाउगी,
झोपडी बरसाने जा बनाऊगी,
बड़ी करुणामई किरपालु श्री जी सा न कोई दयालु,
दयामई श्यामा से वर ये पाउगी,
झोपडी बरसाने जा बनाऊगी,
चाकर बन सेवा करुँगी,
जीयु गी वही मरूगी,
बरसाने की रज को तन पे रमाउ गी,
झोपडी बरसाने जा बनाऊगी,
नित आरती दर्श करू गी,
संतो की शरण कहु गी,
कहे मधुप राशिको संग नाचू गाउ गी,
झोपडी बरसाने जा बनाऊगी,